भारत में कोरोनावायरस मामलों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने अब इसके सभी ज़िला-स्तरीय परीक्षण और निगरानी की आवश्यकता पर ज़ोर दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोनावायरस की ज़िला स्तरीय निगरानी के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं।
पढ़ें पूरा दिशानिर्देश
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी दिशानिर्देश में राज्यों को यह स्पष्ट कर दिया गया है कि यह निगरानी वर्तमान में किए गए रूटीन परीक्षण के अलावा होगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को हर ज़िले में प्रति सप्ताह (उन सभी व्यक्तियों को जो उच्च जोखिम और कम जोखिम वाली श्रेणी में आते हैं) 200 परीक्षण करने के लिए कहा है।
उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों में हेल्थकेयर कार्यकर्ता शामिल हैं। वहीं कम जोखिम वाले लोगों में कोरोनावायरस मरीज़ों की निगरानी करने वाले लोग और गर्भवती महिलाएं शामिल हैं।
ज़िले की निगरानी का मुख्य उद्देश्य ज़िला स्तर पर कोरोनावायरस संक्रमण की व्यापकता की जांच करना है, और प्रत्येक जिले को प्रति माह कम से कम 800 परीक्षण करने होंगे। इस निगरानी इकाई में 10 हेल्थ फैसिलिटी (6 सरकारी और 4 निजी) होंगे।
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