विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने एक बड़ा फैसला लेते हुए देश के करोड़ो छात्रों को एक अनोखा अवसर देने जा रही है। यह अवसर उन सभी छात्रों के लिए फायदेमंद साबित होगा जो एक साथ दो डिग्रियां हासिल करना चाहते हैं।
अगर आप वाणिज्य के छात्र हैं और आपको अंग्रेजी में भी डिग्री प्राप्त करने की इच्छा है तो अब इसके लिए आपको लम्बे समय का इंजतार करने की जरूरत नहीं है। आपको एक ही सत्र में दोनों कोर्स करने का मौका मिलेगा।
छात्रों के कैरियर की संभावनाओं को बेहतर बनाने के लिए, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने छात्रों को एक ही समय में दो डिग्री कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने की अनुमति देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
इसमे शर्त यह है कि इनमें से एक डिग्री को रेगुलर मोड में और दूसरे को ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग या ऑनलाइन मोड में हासिल किया जा सकेगा। इसको इस तरह समझें-
मान लें कि आप गणित विषय से अपने महाविद्यालय में स्नातक कर रहे हैं तो उसी समय अंग्रेजी, हिंदी, अकाउंट्स या अन्य किसी भी दूसरे विषय से स्नातक के लिए आपको इग्नू जैसे किसी संस्थान से यह कोर्स करना होगा।
इसके लिए विस्तृत दिशानिर्देश जल्द ही अधिसूचित किए जाएंगे। यूजीसी के उपाध्यक्ष भूषण पटवर्धन की एक समिति ने जनता से मिले फीडबैक के आधार पर यह प्रताव रखा था जिसे स्वीकार कर लिया गया है।
समिति के अनुसार, चूंकि नियमित डिग्री कार्यक्रमों से जुड़ी न्यूनतम उपस्थिति मानदंड है, इसलिए दूसरी डिग्री डिस्टेन्स या ऑनलाइन मोड के माध्यम से होनी चाहिए।
यूजीसी के सचिव रजनीश जैन ने कहा, "आयोग ने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है और उसी पर दिशानिर्देशों को अधिसूचित किया जाएगा। इस निर्णय के आधार पर, एक छात्र को एक साथ दो डिग्री कोर्स करने की अनुमति दी जाएगी, लेकिन दोनों डिग्री के लिए पढ़ने का तरीका अलग होगा। एक नियमित डिग्री (Regular Degree) करने वाला एक छात्र केवल ओडीएल (Open and Distance Learning) या ऑनलाइन मोड के माध्यम से दूसरी डिग्री हासिल कर सकता है।"
UGC का यह निर्णय छात्रों के लिए उपयोगी साबित होगा और उन्हें बेहतर भविष्य बनाने में मदद करेगा।
इससे पहले 2012 में भी ऐसा प्रस्ताव आया था लेकिन उस वक़्त इसे आगे नहीं बढ़ाया गया था।
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