नौकरी की ताबूत में खुद को दफ़न न करना। - KADAK MIJAJI

KADAK MIJAJI

पढ़िए वो, जो आपके लिए है जरूरी

Breaking

Home Top Ad

Wednesday, May 9, 2018

नौकरी की ताबूत में खुद को दफ़न न करना।


आज पहली बार अपने बैच वालों के लिए लिख रहा हूं। पढ़ना न पढ़ना यह उनके हाथ में है । पर मुझे तो लिखना है । क्योंकि यकीन मानो तुम्हारा संघर्ष , तुम्हारी परेशानियां इस वक़्त तुम्हारे अलावा केवल मैं समझ सकता हूं। यह जो तूफान तुम्हारे अंदर उफन रहा है ना, यह केवल तुम नहीं झेल रहे हो। मैं ,तुम और हमारी बैच का हर बंदा या बंदी यह झेल रहे हैं ।
                   ऐसा इसलिए है क्योंकि इस दफा हमारी बारी है । किसी का बीटेक खत्म हो रहा है ।तो किसी का ग्रेजुएशन । कोई प्लेसमेंट के लिए परेशान है ,तो कोई गेट, सीडीएस ,कैट ,पीओ या सरकारी नौकरी के लिए ।तुम्हारा लास्ट इयर जितनी जल्दी खत्म हो गया । यह साल उतना ही लंबा और उबाऊ होने वाला है ।
             कहने को तो आज के दौर के कोई भी पेरेंट्स अपने बच्चे पर प्रेशर नहीं डालते । पर दिल पर हाथ रख कर कहो कि क्या उनकी इनडायरेक्ट एक्सपेक्टेशंस उस प्रेशर की तरह ही नहीं है ,जो जल्द से जल्द तुम्हें नौकरी लेने को परेशान कर रही हैं।
          एक और चीज होने वाली है इस साल।  कई सारे सिंगर्स ,राइटर्स ,डांसर ,क्रिकेटर्स ,मॉडल, ऐक्टर और न जाने क्या क्या, यह सब उस नौकरी तले ,मेरे किसी बैचमेट के अंदर मर जाएंगे । इस हत्या पर तुम्हारे सिवा कोई नहीं रोयेगा ।10 से 4 की जॉब और 40-50 हजार रुपए महीने की मजदूरी में ,तुम भी यह गम भूल जाओगे।   
                      मेरे बैचमेट्स  पहले की तरह नहीं रह जाएंगे। वो आजादी ,वो तूफानी वो बेझिझक खुला सांड या बेपरवाह शेरनियां बांध दी जाएंगी।  पहले की तरह sudden trips नहीं बनेंगी, मूवी प्लांस नहीं बनेंगे । बातें करने के लिए ऑफिस आवर खत्म होने का इंतजार करना होगा । मिलने के लिए वीकेंड्स या छुट्टियों का कभी महीनों तो कभी सालों इंतजार करना होगा।  और सालों बाद भी मिलने पर फॉर्मेलिटीज़ होंगे, सीरियस टॉपिक्स पर बातें होंगी। पहले जैसा कुछ नहीं होगा।
               तो क्या तुम सिर्फ इसलिए पैदा हुए थे की 21 या 22 साल के होने पर एक रोबोट बन जाओ ,जिसकी प्रोग्रामिंग कोई और करेगा । फिर 5 साल इंतजार करो उस प्रमोशन का जिसके बाद तुम्हारी सैलरी तो बढ़ेगी पर जीना और भी घट जाएगा।
              क्या तुम मुझसे सिर्फ इसलिए मिले थे कि 20 साल तक दो जिस्म एक जान वाली दोस्ती करने के बाद, मिलने के लिए भी वीकेंड का इंतजार करना पड़े ।
              तो क्या तुम उन चंद हजारो या लाखो के लिए अपने सपने ,अपने पंख या अपनी हत्या कर दोगे?
                 
         मैं सिर्फ सवाल छोड़े जा रहा हूं ।जवाब तुम मुझे इनबॉक्स में जरूर करना ।

"जो भी हो पर बदलना मत ।क्योंकि तुम्हारी ओरिजिनलिटी यूनिक है । तुम्हारे जैसा कोई और नहीं हो सकता/सकती ।"

No comments:

Post a Comment

आपको यह कैसा लगा? अपनी टिप्पणी या सुझाव अवश्य दीजिए।

Post Bottom Ad

Pages