प्रिय नीरव मोदी,
सादर नमन
आपके फ्रॉड के बाद हमने जो आपकी संपत्ति जब्त की थी, आज उसका अंतिम संस्कार पूरी श्रद्धा के साथ कर दिया गया । आपकी सभी फाइलें जला कर राख कर दी गई हैं । आशा करते हैं कि आप भविष्य में भी गुप्त दान (राजनैतिक चंदा ) दे कर हमें कृतार्थ करते रहेंगे। वैसे आप तो जानते ही हैं हमारे देश की जनता को एसटीएमएल (शार्ट टर्म मेमोरी लॉस) नाम का वरदान प्राप्त है । वो हमेशा से भुलक्कड़ रही है, इस बार भी बैंक वालों को कोसने के बाद कुछ ही दिनों में श्री नीरव मोदी नामक परम पवित्र घोटालेबाज को भूल चुकी है । ये हमारे लिए उपयुक्त समय था कि हम आयकर विभाग की मदद से आपकी फाइलें जला कर आपको हमेशा हमेशा के लिए तनाव मुक्त कर दें । हमें पूर्ण विश्वास था कि ऐसे सुअवसर पर आयकर विभाग हमारा सहयोग करेगा । आप और हम इनकम टैक्स विभाग के आभारी हैं कि हमेशा की तरह वो अपना जमीर बेचने को राजी हुए ।
सबकुछ अच्छा हुआ है फिर भी हमें बड़ी चिंता हो रही है कि अगर मीडिया और जनता सवाल करने लगी तो हम क्या जवाब देंगे । लेकिन आप निश्चिन्त रहें, इस खबर में मसाला नहीं है, कोई हिन्दू मुस्लिम नहीं है तो शायद मीडिया भाव न दे लेकिन हो सकता है जनता के बीच से कुछ ऐसे सवाल आ जाएं, अगर आपके पास उत्तर हो तो भेजियेगा और अगर उत्तर नहीं भेज सके तो कृपया इन संभावित सवालों के जवाब देने के लिए हम जो एक्सपर्ट हायर करेंगे उसकी फीस भेजिएगा ।
सवाल :
◆ क्या आयकर विभाग ने फायर प्रूफ केबिनेट के बारे में नहीं सुना है और अगर सुना है तो क्या प्रत्यक्ष कर वसूली के इस विभाग के पास इतना बजट नहीं था कि वो महत्वपूर्ण फाइल्स के लिए ऐसी आलमारी खरीद सकें ?
◆ क्या फ़ायर एक्सटिंग्विशर नामक यंत्र का प्रादुर्भाव आयकर विभाग के कार्यालयों में अभी तक नहीं हो पाया है या अगर हुआ है तो क्या उसकी एनुअल रिफिलिंग का ठेका विजय माल्या की कंपनी का था । आज कल ऑटो एक्सप्लोड फायर सेफ्टी इंस्ट्रूमेंट्स उपलब्ध हैं जो आग लगते ही स्वतः आग बुझाने काअपना काम शुरू कर देते हैं , क्या किसी भी कॉरपोरेट ने यह साधन चंदा दे कर उपलब्ध नहीं कराया था?
◆ क्या आग लगाना इतना जरूरी था कि लोगों की जान की परवाह नहीं की गई या ये सब नेचुरल लगे इसलिए ऐसा किया गया ?
◆ क्या आपकी फाइलें जो जब्त की गई थी,उसकी केवल एकमात्र भौतिक प्रति (Single Physical copy) ही रखी गई, क्लाउड कम्प्यूटिंग के जमाने में वर्चुअल प्रति क्यों नहीं रखी गई ?
◆ आयकर विभाग में डिजास्टर रिकवरी प्लान की अनुपालना होती है या नहीं, क्या आयकर विभाग के कर्मचारी/अधिकारियों को रिश्वत लेने के अलावा कोई और ट्रेनिंग नहीं दी जाती है ?
ऐसे चंद सवाल संभावित हैं, हो सके तो जल्द से जल्द इन सवालों के जवाब देने वाले एक्पर्ट की फीस भेजिएगा। बाकि हिसाब-किताब मिलने पर ।
विशेष आभार : आयकर विभाग
ईकॉनॉमिकली योर्स
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