केंद्र सरकार द्वारा घोषित तीसरे लॉकडाउन, जो 4 से 17 मई तक प्रभावी है, में ग्रीन और ऑरेंज जोन वाले 400 से अधिक जिलों को रियायत दी गयी। इन जिलों में आवश्यक वस्तुओं के अलावा 'शराब के ठेकों' को खोलने का आदेश भी दे दिया गया लेकिन वहां सोशल डिस्टेनसिंग का पालन करना अनिवार्य है।
केंद्र सरकार के इस आदेश के बाद शराब पीने वालों में खुशी की लहर दौड़ गयी जिसका नजारा देश के अलग अलग जगहों पर साफ देखा गया।
शराब के ठेके खुलने से पहले ही इनके आगे लम्बी लाइनें लगनी शुरू हो गई। हैरत की बात यह रही कि अधिकतर जगहों पर ये लोग जरूरी सामाजिक दूरी बनाते हुए खड़े थे। आज दिनभर सोशल मीडिया पर ऐसे अनेक वीडियो और फ़ोटो सामने आए जहां शराब के ठेकों के सामने दर्जनों लोग नजर आए। कहीं-कहीं तो ये लोग सैकड़ों की संख्या में भी नजर आ रहे थे।
कवि कुमार विश्वास ने इनपर तंज करते हुए एक ट्वीट कर कहा कि "इन सभी शराबी-करदाताओं के आधार कार्ड नम्बर नोट करने चाहिए ताकि ये लोग "कभी राशन के लिए पैसे नहीं है" ऐसा बहाना न बना सके।
जानकारी के लिए बताते चलें कि राज्य सरकारों को राजस्व का एक बड़ा हिस्सा शराब से ही आता है और लॉकडाउन के कारण बन्द पड़ी अर्थव्यवस्था में इससे भारी राजस्व आने की उम्मीद की जा रही है।
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