नासा ने सूर्य से उत्पन्न होने वाले विशाल अंतरिक्ष सौर तूफानों का पता लगाने के लिए एक नए मिशन का चयन किया है जिसे 'SunRISE मिशन' नाम दिया गया गया है।
SunRISE का पूरा नाम 'Sun Radio Interferometer Space Experiment' है।
यह मिशन 6 क्यूबसेट्स का एक समूह है जो बड़े रेडियो टेलीस्कोप के रूप में काम करेंगे।
इसका उद्देश्य सूर्य से निकलने वाले अंतरिक्ष सौर कण तूफानों का अध्ययन करना है।
यह सूर्य से निकलने वाले विकिरण से अंतरिक्ष और ग्रहों के वातावरण पर पड़ने वाले प्रभावों की जानकारी देगा जिससे चंद्रमा और मंगल अभियानों पर जाने वाले अंतरिक्ष यात्रियों को सौर तूफानों से बचाने में मदद मिलेगी।
इसके अलावा यह मिशन सौर प्रणाली की क्रियाविधि और अंतरिक्ष के मौसम से संबंधित अन्य जानकारियां भी जुटाएगा।
👉इस मिशन में शामिल क्यूबसेट्स सौर ऊर्जा संचालित है जिसमें प्रत्येक का आकार लगभग एक टोस्टर ओवन के बराबर है।
👉ये क्यूबसेट्स सौर गतिविधियों से उत्सर्जित होने वाली कम आवृत्ति की रेडियो इमेजेस की पहचान करेंगे और उन्हें नासा के 'डीप स्पेस नेटवर्क' के माध्यम से साझा करेंगे
👉क्यूबसेट्स का समूह पृथ्वी के वायुमंडल के ऊपर एक दूसरे से 6 मील की दूरी पर उड़ेगा ताकि रेडियो संकेत अवरुद्ध ना हो।
👉सभी क्यूबसेट मिलकर एक 3D मैप बनाएंगे जिससे सूर्य पर उत्पन्न होने वाली विशाल कण विस्फोटों (Giant Particle Bursts) और अंतरिक्ष में उनके विस्तार का पता लगाया जा सकेगा ।
👉इस मिशन की रूपरेखा तैयार करने उसके निर्माण और लॉन्चिंग के लिए 62.6 मिलियन डॉलर राशि की घोषणा की है।
👉नासा ने मिशन को 'मिशन ऑफ अपॉर्चुनिटी' प्रोग्राम के तहत सनराइज मिशन का चुनाव किया है।
👉मिशन ऑफ अपॉर्चुनिटी नासा के एक्सप्लोरर प्रोग्राम का एक हिस्सा है। इसमें अपेक्षाकृत कम लागत वाले मिशन शामिल हैं।
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