गृह मंत्री अमित शाह और स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बुधवार को डॉक्टरों और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग कर बैठक की।
बैठक के बाद अमित शाह ने ट्वीट किया, "जिस तरह से हमारे डॉक्टर इस परीक्षा की घड़ी में अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं वह असाधारण है। मैं हर भारतीय से आग्रह करता हूं कि कोरोनावायरस के खिलाफ इस लड़ाई में डॉक्टरों का सहयोग करें। हमारे डॉक्टरों की अपने कार्य स्थल पर सुरक्षा और प्रतिष्ठा के साथ समझौता नहीं किया जा सकता है। हर समय उनके लिए अनुकूल माहौल सुनिश्चित करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। मैंने डॉक्टरों को आश्वासन दिया है कि मोदी सरकार उनके लिए प्रतिबद्ध है और उनसे प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन पर पुनर्विचार करने की अपील की है।"
बैठक के बाद आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राजन शर्मा ने कहा, "हमारी सेवाओं की सराहना करने और डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा, गरिमा और चिंताओं को स्वीकार करने के लिए चिकित्सा समुदाय की ओर से मैं माननीय गृह मंत्री अमित शाह और स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्ष वर्धन का आभारी हूं। हम संकट के इस समय में सरकार को अपना पूरा सहयोग देने का आश्वासन देते हैं।"Safety and dignity of our doctors at their work place is non-negotiable. It is our collective responsibility to ensure conducive atmosphere for them at all times.
— Amit Shah (@AmitShah) April 22, 2020
I have assured doctors that Modi govt is committed to their cause and appealed to reconsider their proposed protest. pic.twitter.com/AJcxghGRkx
#ImportantAlert - High powered meeting held today morning under chairmanship of Hon. Shri Amit Shah with #IMA leaders pic.twitter.com/Fzh6MOAj9i
— Indian Medical Association (@IMAIndiaOrg) April 22, 2020
इसके बाद आईएमए ने 22 व 23 अप्रैल को प्रस्तावित प्रदर्शन वापस ले लिया है।
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