अगर आप उन लाखों छात्रों में से एक हैं जिनके 10वीं बोर्ड के रिजल्ट आ गए हैं या आने वाले हैं तो ये कुछ ऐसे प्रश्न होंगे जो अभी आपको परेशान करते रहते होंगे। ऐसे ही एक अभिभावक ने जब मुझसे इस विषय में सम्पर्क किया तो मैंने सोचा कि यह जानकारी आप सबके साथ साझा कर दूँ। उम्मीद है इससे आपको बेहतर विकल्प चुनने में मदद मिलेगी। संयोग से अभी लॉक डाउन है और इससे आपको पर्याप्त समय मिल गया है कि आप इसका सही आंकलन कर सकें।
कक्षा 10 के बाद एक छात्र चौराहे पर खड़ा होता है जहां उसके सामने अनेक विकल्प होते हैं। कुछ छात्र तो सही विकल्प को समझ कर सही निर्णय कर लेते हैं लेकिन बहुत छात्र ऐसे भी हैं जिन्हें अपने चयन पर आगे जाकर पछतावा होता है। कई बार, छात्र झुंड की तरफ चलने की गलती करते हैं और उस स्ट्रीम को चुनते हैं जो उनके दोस्त चुनते हैं या जो उनके माता-पिता या अन्य रिश्तेदार सुझाते हैं। यह एक गलत और मूर्खतापूर्ण फैसला है और इससे आगे जाकर कैरियर खराब होने का खतरा रहता है और यहां से वे मुड़ भी नहीं पाते।
आइये सबसे पहले यह जानते हैं कि 10वीं के बाद किन विषयों का विकल्प है, उसके बाद हम विश्लेषण करेंगे कि आपके लिए क्या उचित है-
1. विज्ञान - विज्ञान सबसे आकर्षक स्ट्रीम है और लगभग हर माता-पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा यही चुने। साइंस स्ट्रीम आपको कई आकर्षक कैरियर विकल्प प्रदान करता है जैसे कि इंजीनियरिंग, चिकित्सा, आईटी और कंप्यूटर विज्ञान आदि।
कक्षा 10 के छात्रों के लिए विज्ञान चयन करने का सबसे बड़ा लाभ यह है कि अगर आपको बाद में विषय बदलने हो (कला या वाणिज्य में) तो आप उसमें बदल सकते हैं। सीधे शब्दों में कहें, विज्ञान का छात्र स्नातक स्तर पर भी आर्ट्स या कॉमर्स स्ट्रीम से किसी भी विषय का विकल्प चुन सकता है। इसके विपरीत, कला या वाणिज्य छात्र इस विकल्प का आनंद नहीं ले पाते हैं।
2. वाणिज्य - व्यवसाय के लिए सर्वश्रेष्ठ कक्षा 10 के छात्रों के लिए करियर विकल्प के रूप में वाणिज्य दूसरी सबसे लोकप्रिय धारा है। यदि संख्याएँ, वित्त और अर्थशास्त्र में आपकी रुचि हैं, तो आपको कॉमर्स स्ट्रीम का विकल्प चुनना चाहिए। जहां तक भविष्य के करियर के विकल्पों की बात है, तो कॉमर्स स्ट्रीम आपको सबसे आकर्षक और उच्च भुगतान वाली नौकरियों जैसे चार्टर्ड अकाउंटेंट, कंपनी सेक्रेटरी, अकाउंटेंट, इन्वेस्टमेंट बैंकिंग और वित्तीय सलाहकार के रूप में ले जा सकती है।
3. कला / मानविकी - कला स्ट्रीम के रूप में कई विषय लोकप्रिय रूप से जाने जाते हैं। पारंपरिक रूप से कक्षा 10 के छात्रों के बीच सबसे कम पसंदीदा विकल्प है, लेकिन समय के साथ यह धारणा बदल रही है। आज कला तीनों स्ट्रीम के बीच सबसे व्यापक अध्ययन धारा के रूप में उभरी है। परंपरागत रूप से, आर्ट्स स्ट्रीम उन छात्रों तक सीमित था, जो शोध में रुचि रखते थे, लेकिन पिछले दशक में यह धारणा बदल गई है। आज, कला के छात्रों के पास करियर विकल्पों की अधिकता है और उनमें से ज्यादातर उतने ही आकर्षक और संतोषजनक हैं जितने विज्ञान या वाणिज्य धाराओं के माध्यम से उपलब्ध हैं। एक कला छात्र पत्रकारिता, साहित्य, सामाजिक कार्य, शिक्षण और कई अन्य जैसे कैरियर विकल्पों का विकल्प चुन सकता है।
4. स्वतंत्र विकल्प (वोकेशनल कोर्स) - पिछले दशक में, भारत के शिक्षा क्षेत्र में विविधता आई है, जिससे आपको कई विशिष्ट विकल्प मिलने लगे हैं । कक्षा 10 के बाद कई लघु-अवधि के प्रमाणीकरण पाठ्यक्रम, डिप्लोमा पाठ्यक्रम, व्यावसायिक पाठ्यक्रम और यहां तक कि कुछ पेशेवर पाठ्यक्रम भी हैं जिन्हें आप अपनी कक्षा पूरा करने के बाद चुन सकते हैं।
चूंकि हम इस बात को जान चुके हैं कि आपके पास विकल्प क्या हैं और उनके साथ आगे बढ़ने पर आपको क्या लाभ हैं। इसके बावजूद छात्र इस बात को लेकर सोच में पड़ सकते हैं कि उनके लिए क्या सही है क्योंकि यह तय करना एक महत्वपूर्ण निर्णय है और इसे जल्दबाजी में कभी नहीं लिया जाना चाहिए। इस प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए, आप नीचे दिए गए कुछ सरल दिशानिर्देशों का पालन कर सकते हैं:
1. रुचियों और करियर का आकलन करें--
सबसे पहले आप अपनी रूचि को समझिये। आपकी रुचि इतिहास में है लेकिन कोई आपको डॉक्टर बनने के लिए प्रेरित कर रहा है तो आप न इतिहास पढ़ पाएंगे न एक अच्छे डॉक्टर बन पाएंगे। आप भविष्य में क्या करना चाहते हैं , आपके लिए क्या बेहतर है यह आपसे बेहतर कोई नहीं जानता। हाँ, सलाह लेने के लिए आप अभिभावक या उन लोगों की मदद ले सकते हैं जिन्हें उस विषय की जानकारी हो और वो आपको सही मार्गदर्शन दे सके।
2. अपनी ताकत और कमजोरियों का विश्लेषण करें- अपने हितों का आकलन करने के बाद, आपके लिए दूसरा कदम अपने कौशल और क्षमताओं का आकलन करना है।
उदाहरण के लिए, आपको विज्ञान में रुचि हो सकती है लेकिन कक्षा 12 के स्तर पर जो विज्ञान विषय पढ़ाए जाते हैं, वे बहुत विस्तृत और कठिन होते हैं। इसलिए, आपको अपने कौशल और क्षमताओं का गहन विश्लेषण करना चाहिए, अपनी ताकत और कमजोरियों का निर्धारण करना चाहिए और अपनी शक्तियों के अनुसार विषय चुनने चाहिए।
3. सही करियर चॉइस को पहचानें- एक बार जब आप उन चीजों की पहचान करना शुरू कर देते हैं जिनके बारे में आप रुचि रखते हैं, तो आपके लिए यह जानना आवश्यक है कि उससे आपको भविष्य में क्या लाभ मिलेगा। इसलिए, आपको यह पहचानने की आवश्यकता है कि कौन से क्षेत्र आपको अच्छे अवसर प्रदान कर सकते हैं, जिसमें आप एक स्थायी कैरियर बना सकते हैं।
4. अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को भी ध्यान में रखें- आप एक डॉक्टर/इंजीनियर/सीए बनना चाहते हैं लेकिन आपके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है, तब आपके पास एक ही विकल्प है कि अपनी क्षमता पर विचार कर ही उस ओर जाएं। इसका यह कतई मतलब नहीं है कि निम्न आय वाले लोग डॉक्टर/इंजीनियर नहीं बनते हैं। कहने का तात्पर्य बस इतना है कि सरकारी संस्थानों में आपका दाखिला आपकी दक्षता पर निर्भर करता है और निजी संस्थानों में खर्च अधिक होता है।
5. आप जिन विषयों का चयन कर रहे हैं ,आपके जिले/राज्य में उसकी पढ़ाई की कैसी व्यवस्था है-
कुछ विद्यार्थी दूसरों को देखकर विषय तो ले लेते हैं लेकिन उनके गृह जिले या राज्य में उसकी उचित पढ़ाई की व्यवस्था नहीं होने के कारण उन्हें अपने घर से बहुत दूर रहना पड़ता है जिसका मानसिक , शारीरिक और आर्थिक हर तरह से प्रभाव पड़ता है। मसलन वाणिज्य की पढ़ाई की अच्छी व्यवस्था ज्यादातर राज्यों में नहीं होती है, एक समय के बाद हर छात्र को कोलकाता, दिल्ली, पुणे आदि शहरों का रुख करना पड़ता है।
तो यह थे 10वीं के बाद ली जाने वाली विषयों से सम्बंधित कुछ जानकारी। उम्मीद है इससे छात्र एवं अभिभावक दोनों को मदद मिलेगी। आप चाहें तो इस विषय में हमारे विशेषज्ञों से भी सम्पर्क कर सकते हैं, हम इसमें आपकी पूरी मदद करेंगे और एक बेहतर भविष्य की और अग्रसर करने की कोशिश करेंगे।
( - आलोक चटर्जी , कड़क मिजाजी )जुड़े रहिये हमारे फेसबुक पेज Kadak Miajji से