सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो रहा है जिसमें सरकार के ऊपर कोरोना टेस्टिंग किट को महंगे दामों में बेचने के आरोप लगा है। मैसेज में लिखा है- "कोरोना किट बना कर 17 कंपनियां ₹500 में देने को तैयार थीं। लेकिन पीएम (नरेंद्र मोदी) ने ठेका एक गुजराती कंपनी को दिला दिया जो किट को ₹4500 में बेच रही है। जय हो मोदी!"
इस मैसेज को लेकर कॉन्ग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ उदित राज ने ट्विटर पर लिखा- "ये सोशल मीडिया पर देखा जा रहा है । क्या सच्चाई है , कहना मुश्किल है।"
इसके जवाब में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ने लिखा- "यह फेक न्यूज है।" आईसीएमआर ने आगे लिखा- "आईसीएमआर द्वारा मंजूर की गई कीमत आरटी-पीसीआर के लिए ₹740-₹1150 है और रैपिड टेस्ट के लिए ₹528-₹795 है। । ₹4500 पर कोई टेस्ट नहीं किया गया है। कोई भी भारतीय कंपनी जो कम दरों पर किट्स की सप्लाई करना चाहती है तो उनका स्वागत है। वो ICMR या Ms Anu Nagar, JS Health Research (011-23736222) से संपर्क करें।"ये सोशल मीडिया पर देखा जा रहा है । क्या सच्चाई है , कहना मुश्किल है। pic.twitter.com/g8A3XtsI6Z— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) April 26, 2020
This is Fake News. Price range approved by ICMR is ₹740-1150 for RT-PCR and ₹528-795 for Rapid Test. No test has been procured at ₹4500. Any Indian company wanting to supply at lower rates is welcome to contact ICMR or Ms Anu Nagar, JS Health Research(011-23736222).— ICMR (@ICMRDELHI) April 27, 2020