अमेरिका में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए कुल सात उड़ानों में से पहली फ्लाइट शनिवार को शुरू हो गयी। पहले चरण में 2,000 से अधिक भारतीयों को संयुक्त राज्य अमेरिका से बाहर निकाले जाने की उम्मीद है।
अनुमानित 24,000 भारतीयों ने संयुक्त राज्य अमेरिका में भारतीय मिशनों में वापस आने के लिए पंजीकरण किया है। इनमें छात्रों के साथ 'एच -1 बी' श्रमिक, व्यवसायी , पर्यटक और चिकित्सा सुविधा लेने गए भारतीय नागरिक शामिल हैं।
भारतीय अधिकारियों ने कहा है कि स्थिति को देखते हुए, बाद की उड़ानों पर निर्णय लिया जाएगा।
घर वापसी के लिए यह कवायद, 'वंदे भारत मिशन' का हिस्सा है, जो भारत सरकार द्वारा कोरोनावायरस महामारी और लॉकडाउन के कारण विदेशों में फंसे हुए भारतीयों को लाने और अंतर्राष्ट्रीय यात्रा स्थगित करने के लिए शुरू किया गया है।
जानकारी :
अमेरिकी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में अनुमानित 2,00,000 भारतीय छात्र हैं।
एच -1 बी शॉर्ट-नॉन-अप्रवासी वीजा और ग्रीन कार्ड्स पर हजारों भारतीय अमेरिका में फंसे हुए हैं।
अगली फ्लाइट नेवार्क (10 और 14 मई), शिकागो (11 और 15 मई), वाशिंगटन डीसी (12 मई) और सैन फ्रांसिस्को (13 मई) से रवाना होंगी।
सभी यात्रियों की उड़ान भरने से पहले चिकित्सकीय जांच की जाएगी और भारत पहुंचने के बाद उन्हें 14 दिनों के अनिवार्य क़्वारन्टाइन में रहना होगा।
जुड़े रहिये हमारे फेसबुक पेज Kadak Miajji से
No comments:
Post a Comment
आपको यह कैसा लगा? अपनी टिप्पणी या सुझाव अवश्य दीजिए।